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शनिवार, २८ ऑक्टोबर, २०१७

रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया कार्यक्रम को धार देने के लिए रक्षा मंत्री ने उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से वार्तालाप किया

रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीता रमण ने रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया कार्यक्रम को धार देने के लिए एक राउंड टेबल बैठक में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के प्रतिनिधियों से वार्तालाप किया, जिनमें भारतीय कंपनियों और विदेशी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थे। वर्तमान सरकार ने रक्षा उत्‍पादन नीति-2016 लागू करने सहित अनेक महत्‍वपूर्ण नीतिगत उपाय किए हैं। इस नीति में अन्‍य बातों के अलावा रक्षा साजोसामान के डिजाइन और विर्माण में स्‍वदेशी को बढ़ावा दिया गया है।

राउंड टेबल बैठक में रक्षा विनिर्माण में निजी भागीदारी संबंधी विभिन्‍न मुद्दों पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया। इसमें यह आश्वासन दिया गया कि वर्तमान सरकार रक्षा क्षेत्र में निजी भागीदारी बढ़ाने के मार्ग में आने वाली सभी बाधाएं दूर करने के प्रति वचनबद्ध है ताकि इस क्षेत्र में अधिकाधिक विदेशी निवेश आकर्षित  किया जा सके।

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वीके/आरएस/एमबी- 5230

बुधवार, २५ ऑक्टोबर, २०१७

रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण महत्वपूर्ण है : रक्षा राज्य मंत्री

रक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष भामरे ने कहा है कि स्वदेशीकरण किसी भी संगठन के लिए महत्वपूर्ण होता है। लेकिन रक्षा क्षेत्र के लिए यह अधिक आवश्यक है क्योंकि इससे आत्मनिर्भरता बढ़ती है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने आज यहां समस्याओं के समाधान के लिए “भारतीय सेना का स्वदेशी प्रौद्योगिकीय सशक्तिकरण” विषय पर एक सम्मेलन का उद्घाटन किया।

डॉ. भामरे ने कहा है कि सभी हितधारकों को स्वदेशीकरण के महत्व को पूरी तरह से अपनाना चाहिए और भविष्य के सभी अधिग्रहण कार्यक्रमों में “मेक इन इंडिया” को लागू करना चाहिए। उन्होंने भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि सेना ने इस उद्देश्य की दिशा में न केवल कई पहल की है बल्कि सैन्य डिजाइन ब्यूरो भी गठित किया है, जो भारतीय उद्योग तथा शैक्षणिक समुदायों की चर्चाओं और सहभागिता सुविधा उपलब्ध कराने के लिए असाधारण संगठन है।

रोजमर्रा के सभी पहलुओं में प्रौद्योगिकी व्याप्त है यह कहते हुए उन्होंने बताया कि युद्ध में इसकी प्रासंगिगता सबसे महत्वपूर्ण है और बेहतर प्रौद्योगिकियों वाले पक्ष की हमेशा जीत होगी। उन्होंने कहा, ‘पूरी तरह से स्वदेश में विकसित प्रौद्योगिकी से रक्षा क्षेत्र सही मायने में आत्मनिर्भर होगा।’ रक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि हाल ही में सरकार ने रक्षा और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए कई पहल की है। रक्षा मंत्रालय में विशिष्ट परियोजनाओं के लिए प्रौद्योगिकीय विकास कोष है। उन्होंने कहा कि देश में मेड इन इंडिया मंच को पूरी तरह से अंगीकार करने के लिए स्किल इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया जैसी पहलों से रक्षा क्षेत्र में आवश्यक पारिस्थितिकीय तंत्र का निर्माण होगा।

डॉ. भामरे ने कहा है कि सरकार ने रक्षा क्षेत्र को अपने ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के केंद्र में रखा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न कंपनियां देश के अत्यधिक प्रतिभावान और कुशल जन बल का उपयोग कर भारत में निवेश करने की इच्छा व्यक्त कर रही हैं। इस क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं और मित्र देशों को भी उत्पादों का निर्यात किया जा सकता है। डॉ. भामरे ने समारोह स्थल पर समाधान और नवाचार की एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।

कार्यक्रम में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि सेना के लिए आवश्यक उपकरणों की जरूरतों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए सेना ने देश में शैक्षिक और उद्योग को प्रोत्साहित किया है।

इस अवसर पर फिक्की के महासचिव डॉ. संजय बारू, भारत फोर्ज लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री बाबा एन कल्याणी और लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सुब्रत साहा ने भी अपने विचार रखे।

इस कार्यक्रम में भारतीय सेना, रक्षा मंत्रालय, फिक्की के वरिष्ठ अधिकारी और उद्योग तथा शैक्षिक समुदाय के कई प्रतिनिधि शामिल हुए।

दूरसंचार विभाग ने मोबाइल नम्बर से आधार कार्ड को जोड़ने की प्रक्रिया को सरल किया

दो अन्य सुविधाजनक विकल्प के साथ उपभोक्ता की आसानी के लिए नए ओटीपी आधारित विकल्प की शुरूआत

उद्योग द्वारा इस कदम का स्वागत और सरकार का समर्थन करने की अपील

दूरसंचार सेवा प्रदाताओं द्वारा आधार कार्ड को मोबाइल नम्बर और मोबाइल उपभोक्ताओं की पुनः सत्यापन प्रक्रिया से जोड़ने संबंधी उच्चतम न्यायालय के 16 फरवरी के आदेश के अनुपालन में तेजी लाने के लिए दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने बुधवार को व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए।

नए नियमों के अनुसार दूरसंचार विभाग ने आधार कार्ड को पंजीकृत मोबाइल नम्बर से जोड़ने के तीन नए तरीके शुरू किए हैं। ये तरीके हैं - ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आधारित, एप्प आधारित और आईवीआरएस सुविधा। इन नए तरीकों से उपभोक्ताओं को दूरसंचार कंपनियों के स्टोर्स पर जाए बगैर आधार कार्ड को अपने मोबाइल नम्बर से जोड़ने में मदद मिलेगी। दूरसंचार विभाग ने वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग जनों और गंभीर बिमारी से पीड़ितों की सुविधा के लिए ऐसे उपभोक्ताओं के घर जाकर पुनः सत्यापन करने की भी सिफारिश की है। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार दूरसंचार ऑपरेटरों को इन सेवाओं का अनुरोध करने वालों के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया उपलब्ध करवानी चाहिए और उपलब्धता के आधार पर पुनः सत्यापन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए उनके घर जाना चाहिए।

इस बारे में दूरसंचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री मनोज सिन्हा ने कहा, ‘महत्वपूर्ण सरकारी सेवाओं और सूचनाओं तक देश के सभी नागरिकों की पहुंच बनाने के लिए आधार नम्बर प्रणाली तैयार की गई थी, जिसकी समय-समय पर उन्हें आवश्यकता हो सकती है। देश में मोबाइल का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है और उपभोक्ताओं को मोबाइल नम्बर के साथ आधार नम्बर को जोड़ने की सुविधा प्रदान की जानी चाहिए। सरकार प्रयास कर रही है कि कम समय में सुविधा जनक तथा ऊर्जा गंवाए बिना उपभोक्ताओं तक सरकारी सूचनाएं और सेवाएं पहुंचाई जाए जो उनका अधिकार भी है।’

सीओएआई के प्रतिनिधि ने कहा, ‘दूरसंचार विभाग का नवीनतम स्पष्टीकरण उद्योग और उपभोक्ताओं के अनुरूप है जिसकी इस समय जरूरत है। हालांकि इन दिशा-निर्देशों को लागू करने में कुछ समय लगेगा लेकिन उपभोक्ताओं के मोबाइल नम्बर को ई-केवाईसी आधारित आधार से जोड़ना उपभोक्ताओं के लिए सुविधाजनक बनाने में हम सरकार के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। हम सभी आवश्यक प्रक्रिया लागू कर रहे हैं ताकि ओटीपी, एप्प आधारित और आईवीआरएस सुविधा सहित दिए गए अतिरिक्त तरीकों का इस्तेमाल किया जा सके। हमें आशा है कि तेजी और आसानी से मोबाइल उपभोक्ता अपने आधार पंजीकृत मोबाइल नम्बर (एआरएमएन) का उपयोग कर ई-केवाईसी नियम को पूरा करेंगे।’ 

अगस्त महीने के एक परिपत्र में दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को आंख की पुतली (आईरिस) और अंगुलियों के निशान आधारित आधार का  सत्यापन कराने का निर्देश दिया था। नए नियमों में यह स्पष्ट निर्दिष्ट किया गया है कि दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को इसके लिए उचित भौगोलिक क्षेत्र में आईरिस रीडर तैनात करना चाहिए।

निजता के नियमों को ध्यान में रखते हुए दूरसंचार विभाग ने यह अनिवार्य किया है कि दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के एजेंट की पहुंच उपभोक्ताओं के ई-केवाईसी डाटा तक पहुंच न हो और ग्राहकों के नाम तथा पते ही नजर आने चाहिएं। ग्राहक देश के किसी भी स्थान से अपने मोबाइल नम्बरों का सत्यापन या पुनः सत्यापन कर सकते हैं फिर चाहे उनका मोबाइल कनेक्शन किसी भी सेवा क्षेत्र का क्यों न हो।

सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) और अन्य समान निधियों पर 1 अक्टूबर 2017 से 31 दिसंबर 2017 तक 7.8 प्रतिशत ब्याज

केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान सामान्य भविष्य निधि और अन्य समान निधि में जमा राशि पर 1 अक्टूबर 2017 से 31 दिसंबर 2017 तक 7.8 प्रतिशत ब्याज देने की घोषणा की है। यह ब्याज दर 1 अक्टूबर 2017 से लागू होगी। इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की गई है और 23 अक्टूबर 2017 को इसे भारत के राजपत्र में प्रकाशित किया गया है।

 

PIB

सोमवार, २३ ऑक्टोबर, २०१७

सीमा सुरक्षा बल ने अर्ध मैराथन 2017 का आयोजन कियाः शहीदों के लिए दौड़ आयोजित

केन्द्रीय युवा मामले एवं खेल राज्य मन्त्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं सूचना तथा प्रसारण राज्य मन्त्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने आज यहाँ शहीदों की याद में बीएसएफ अर्ध मैराथन 2017 को झण्डी दिखाई।

     इस मैराथन में दिल्ली के निवासियों एवं प्रतिभागियों का अभूतपूर्व उत्साह दिखा जिन्होंने एक विशेष ध्येय के लिए दौड़ने में रूचि दिखाई। इस दौड़ के लिए 4865 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया। इसके अतिरिक्त, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) प्रहरी परिवार ने बड़ी संख्या में इसमें भाग लिया। श्री राठौर ने सीमा सुरक्षा बल के शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की तथा अर्ध मैराथन को झण्डी दिखाई।

     केन्द्रीय गृह राज्य मन्त्री श्री किरेन रिजिजू ने 05 किलोमीटर दौड़ के दूसरे खण्ड को झण्डी दिखाई। श्री रिजिजू ने भी बीएसएफ के महानिदेशक के.के.शर्मा एवं बीडब्ल्यूडबल्यूए के सदस्यों समेत सीमा बल के अन्य सदस्यों के साथ शहीदों के लिए दौड़ में हिस्सा लिया।

     बीएसएफ अर्ध मैराथन को भारतीय एथलेटिक्स की गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर पद्मश्री सुश्री पी.टी. ऊषा, ओलम्पिक में पदक हासिल कर चुके निशानेबाज पद्मभूषण श्री अभिनव बिन्द्रा, अर्जुन पुरस्कार विजेता गोल्फर श्री अमित लूथरा एवं फिल्म अभिनेत्री सुश्री स्वरा भास्कर का समर्थन प्राप्त था और इस अवसर पर ये सभी उपस्थित थे।

     बीएसएफ हाफ मैराथन को श्री विराट कोहली, मोहम्मद शामी एवं युसुफ पठान का भी समर्थन प्राप्त था जिन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के द्वारा इस ध्येय को समर्थन दिया। श्री अक्षय कुमार ने भी शहीदों के लिए बीएसएफ अर्ध मैराथन 2017 को समर्थन दिया है। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास एवं जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण राज्य मन्त्री डा. सत्यपाल सिंह एवं विख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना सुश्री सोनल मान सिंह भी विजेताओं को पुरस्कार दिए जाने के अवसर पर उपस्थित थीं।

     समारोह में शहीदों के परिवारों को भी सम्मानित किया गया। सभी पदक एवं पुरस्कार सीमा सुरक्षा बल के शहीदों को समर्पित थे। सभी प्रतिभागियों को पदक एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।

PIB : 22 Oct 2017

रविवार, २२ ऑक्टोबर, २०१७

व्हाइट हाउसमध्ये दिन..दिन...दिवाळी : वृत्तसंस्था

White House

वॉशिंग्टन : सध्या भारतासह जगभरात दिवाळीची धूम आहे. यास व्हाइट हाउसदेखील अपवाद राहिले नाही. अमेरिकेचे अध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प यांनीही आज ओव्हल कार्यालयात दिवाळी साजरी केली. ट्रम्प यांच्यासह सीमा वर्मा, संयुक्त राष्ट्रसंघातील अमेरिकेच्या राजदूत निकी हेलीसह प्रशासनाचे वरिष्ठ भारतीय भारत- अमेरिकी प्रतिनिधींनी दिवाळी साजरी केली. सीमा वर्मा या सेंटर फॉर मेडिकेअर अँड मेडिकेड सर्व्हिसेसच्या प्रशासक आहेत.

     अध्यक्ष ट्रम्प यांनी व्हाइट हाउसमध्ये पहिली दिवाळी साजरी करताना देशातील विज्ञान, औषधी, उद्योग आणि शिक्षण क्षेत्रात भारत-अमेरिकी नागरिकांच्या अमूल्य योगदानाचे कौतुक केले. दिवाळीनिमित्त आयोजित सोहळ्यात यूएस फेडरल कम्युनिकेशन्स कमिशनचे अध्यक्ष अजित पै, मुख्य उपप्रेस सचिव राज शाह यांनी सहभाग घेतला. ट्रम्पने ओव्हल ऑफिसमध्ये दिवाळी साजरा केल्याचा व्हिडिओ शेअर करत फेसबुकवरदेखील एक पोस्ट केली आहे. ट्रम्प म्हणाले की, भारतीयांबरोबर प्रकाशाचा सण दिवाळी साजरा करताना मी भाग्यवान समजतो. या सोहळ्यात ट्रम्प यांची कन्या इवांका ट्रम्पदेखील सहभागी झाली होती. व्हाइट हाउसमध्ये दिवाळी साजरी करण्याची परंपरा तत्कालीन अध्यक्ष जॉर्ज डब्ल्यू. बुश यांनी आपल्या कार्यकाळात सुरू केली. मात्र बुश यांनी व्यक्तिगतरीत्या कधीही दिवाळी सोहळ्यात सहभाग घेतला नाही.

     "जेव्हा आपण दिवाळी साजरी करतो, तेव्हा विशेषत: जगातील सर्वांत मोठ्या लोकशाहीची निर्मिती करणाऱ्या भारतीयांची आठवण काढतो. भारत हा हिंदू धर्माचे निवासस्थान आहे. पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्याशी असलेल्या दृढ संबंधाला आपण अधिक महत्त्व देतो.
- डोनाल्ड ट्रम्प, अध्यक्ष अमेरिका

गुरुवार, 19 ऑक्टोबर 2017

'देशसेवेसाठी आपला एक मुलगा तरी सैन्यात भरती झाला पाहिजे' संदीप जगदाळे

pune

दिपोत्सवा दरम्यान प्रत्येक नागरिकांने एक पणती शहिद जवानासाठी पेटवली. 'भारत माता की जय', 'वंदे मातरम' शहिद 'सौरभ फराटे अमर रहे' या घोषणांनी परिसर दुमदुमून गेला. राष्ट्रीय कला अकादमीच्या वतीने भव्य रांगोळ्या साकारण्यात आल्या. अमनोरा मधील शिवानी हरसोरा, निकिता जितकर, सुमीत लोकरे आदी तरुणांनी पणत्या सजवून कार्यक्रमाची शोभा वाढविली .

हडपसर : सैन्यातील माझा मुलगा सौरभ हा दहशतावदी हल्ल्यात शहीद झाला. दुसरा मुलगा देखील सैन्यदलाच्या सेवेत आहे. माझ्या पेक्षा देश मोठा आहे. त्यामुळे दुःख बाजूला ठेवून माझ्या नातवाला देखील मी सैन्यदलात भरती करणार आहे. आज बहुतांश पालक माझा मुलगा केवळ डॅाक्टर, इंजीनीआर झाला पाहिजे, अशी स्वप्ने बाळगतात. मात्र देशसेवेसाठी आपला एका तरी मुलागा सैन्यदलात भरती झाला पाहिजे, हे स्वप्न ठेवणा-या पालकांची संख्या वाढायला हवी, असे कककळीचे अवाहन शहिद जवान सौरभ फराटे यांच्या मातोश्री मंगल फराटे यांनी केले.

अमनोरा येथील सोशल रिस्पॉन्सीबिलिटी फोरमच्या वतीने शहीद जवाणांप्रती कृतज्ञता व्यक्त करण्यासाठी 'एक दिवा जवानांसाठी' उपक्रम घेवून दिपोत्सवाचे आयोजन केले होते, याप्रसंगी फराटे बोलत होत्या. यावेळी फोरम व अमनोरा नागिराकांतर्फे सौरभ फराटे यांच्या आई मंगल फराटे व वडील नंदकुमार फराटे यांच्या हस्ते दिप प्रज्वलन करून दिपोत्सवास सुरवात केली. तसेच श्रीनाथ म्हस्कोबा सहकारी साखर कारखान्याचे अध्यक्ष पांडुरंग राऊत यांच्या हस्ते फराटे कुटूंबीयांचा सत्कार करण्यात आला.

याप्रसंगी फोरमचे सदस्य शैलेश तुपे, डॉ अमोल पाटील, राजेन्द्र जितकर, डॉ अविनाश तोडकर, हेमंत अभंग, दिलीप पुंड, प्रदीप जोशी, दीपक भापकर, संतोष शेडगे, निरंजना बाजपाई, सरला कासट, संगीता भुजबळ, सविता दरेकर, राधिका अशोक, स्विटी सिंघल, किरण नागवडे, वैभव परब, मयंक मित्तल, सुहास गुंडेवार, स्वप्नील शर्मा, शशिकांत साळुंखे, प्रवीण तुपे, शशिकांत लोकरे तसेच 350 हून अधिक नागरिक या कार्यक्रमात सहभागी झाले होते. अमनोरा मधील आर 2 व आर 3 सेक्टर मध्ये हा दिपोत्सव साजरा करण्यात आला.

फोरमचे संयोजक हेमंत अभंग म्हणाले, देशाच्या सीमांच्या सुरक्षेत तैनात असणारे सैनिकांमुळे आपण सुरक्षित आहोत व दिवाळी सण आनंदाने साजरा करु शकतो. देशासाठी शहीद झालेल्या सैनिकांप्रति कृतज्ञता व्यक्त करण्यासाठी फोरम तर्फे एक दिवा जवानांसाठी उपक्रम घेण्यात आला.

दिपोत्सवा दरम्यान प्रत्येक नागरिकांने एक पणती शहिद जवानासाठी पेटवली. 'भारत माता की जय', 'वंदे मातरम' शहिद 'सौरभ फराटे अमर रहे' या घोषणांनी परिसर दुमदुमून गेला. राष्ट्रीय कला अकादमीच्या वतीने भव्य रांगोळ्या साकारण्यात आल्या. अमनोरा मधील शिवानी हरसोरा, निकिता जितकर, सुमीत लोकरे आदी तरुणांनी पणत्या सजवून कार्यक्रमाची शोभा वाढविली .

प्रस्तावित शहीद जवान सौरभ फराटे स्मारकासाठी अमनोरा मधील नागरिकांच्या वतीने 25,000 रूपयांचा सहाय्यता निधी उपलब्ध करून दिला तसेच तसेच स्मारकाचे काम तातडीने पूर्ण करण्यासाठी सिटीझन्स सोशल रिस्पॉन्सीबिलिटी फोरम तर्फे महापौर मुक्ता टिळक यांच्याकडे पाठपुरावा करणार असल्याचे अभंग यांनी नमूद केले.

 

शनिवार, 21 ऑक्टोबर 2017

सैनिक कुटुंबीयांसाठी गावात प्रतिनिधी असावा : लेफ्टनंट जनरल सतीश नवाथे (निवृत्त)

पुणे : ''देशाच्या रक्षणार्थ लढणाऱ्या सैनिकांच्या कुटुंबाकडे समाज फारसे लक्ष देत नाही, ही वस्तुस्थिती आहे. देशातील खेड्यांमध्येही सैनिकांची कुटुंबे वास्तव्यास आहेत. त्यासाठी प्रत्येक गावात सैनिक कुटुंबीयांसाठी एक प्रतिनिधी असायला हवा, तरच सैनिकांच्या कुटुंबीयांची खरी परिस्थिती समाज व सरकारसमोर येऊ शकेल,'' असे मत लेफ्टनंट जनरल (निवृत्त) सतीश नवाथे यांनी व्यक्त केले.

रोटरी क्‍लब ऑफ पूना मिडटाउन आणि सैनिक मित्रपरिवार आयोजित भाऊबिजेनिमित्त शहीद व बेपत्ता जवानांच्या वीरपत्नींचा सन्मान करण्यात आला.

हभप मकरंदबुवा औरंगाबादकर, अशोक मेहेंदळे, आनंद सराफ, अभिजित म्हसकर, सुरेश पवार, विष्णू ठाकूर, राजू पाटसकर, शिल्पा पुंडे, स्वाती ओतारी, कल्याणी सराफ, जयश्री देशपांडे उपस्थित होते. विश्‍वलीला ट्रस्ट, सेवा मित्रमंडळ, पूना गेस्टहाउस यांसह विविध संस्थांनी उपक्रमाला सहकार्य केले. अशोक मेहेंदळे यांनी स्वागत केले. गिरीश पोटफोडे यांनी सूत्रसंचालन केले.

बुधवार, १८ ऑक्टोबर, २०१७

एक दिया शहीदों के नाम ...

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एक दिया शहीदों के नाम ...

ते सीमेवर लढले म्हणून

गावात आपल्या आज

दिवाळी आली आहे....

 

दिवा त्यांच्या घरातील विझवून

आपल्या घरी दिवाळी आली आहे...

 

तुमच्या आनंदा बरोबर

दुःख त्यांचे ही असू दया...

 

तुमच्य दारी एक दिवा

शाहीदांसाठी असू दया...

 

दिवाळी आपणास सुख समृध्दीची, आनंदाची, भरभराटीची आणि आरोग्यदायी जावो.

 

शुभेच्छुक

अॅड. सुरेन्द्र सोनवणे

9422264829

जय हिंद

भारत माता कि जय

 

 

सोमवार, १६ ऑक्टोबर, २०१७

डा. कलाम ने भारत की रक्षा एवं अंतरिक्ष प्रणालियों को आत्म निर्भर बनाने में अग्रणी भूमिका निभाई: उपराष्ट्रपति

स्वच्छ एवं हरित भारत‘ के लिए रैली को झंडी दिखाई

उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि डा. कलाम ने भारत की रक्षा एवं अंतरिक्ष प्रणालियों को आत्म निर्भर बनाने में अग्रणी भूमिका निभाई। उपराष्ट्रपति आज यहां डा. एपीजे अब्दुल कलाम की 86वीं जयंती के अवसर पर आयोजित समारोहों के एक हिस्से के रूप में ‘स्वच्छ एवं हरित भारत‘ के लिए रैली को झंडी दिखाने के अवसर पर एकत्र जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।

उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि डा. कलाम नाव बनाने वाले के पुत्र थे जो अपने परिवार की आजीविका में मदद करने के लिए बचपन में अखबार बांटा करते थे। उन्होंने कड़ी मेहनता, लगन एवं आत्म विश्वास की बदौलत वहां से भारत के प्रथम नागरिक बनने तक की अविस्मरणीय यात्रा की। उन्होंने कहा कि ‘लोगों के राष्ट्रपति‘ स्कूली छात्रों एवं युवाओं को हमेशा सलाह दिया करते थे कि ‘स्वप्न देखने की हिम्मत करो और आसमान तक पहुंचने की कोशिश करो।‘

उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि भारत के राष्ट्रपति के उत्कृष्ट पद पर पहुंचने के बावजूद डा. कलाम हमेशा जीवन भर सरल और विनम्र बने रहे तथा उन सबके साथ हमेशा प्यार और गर्मजोशी से मिलते थे जो उनके साथ काम करते थे या उनके परिचित थे, चाहे वे कियी भी पद पर या किसी भी पृष्ठभूमि के क्यों  न रहे हों। उपराष्ट्रपति महोदय ने स्मरण किया कि उन्होंने डा. कलाम से कई अवसरों पर मुलाकात की थी और उनके साथ की गई कोई भी चर्चा उनके लिए सीखने का एक अनुभव होता था।

उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि डा. कलाम का विजन 2020 तक भारत को एक विकसित देश के रूप में पूरी तरह रूपांतरित होते देखना था और उन्हें भरोसा था कि लोगों की प्रतिभा, लगन और कड़ी मेहनत को देखते हुए भारत के लिए यह दर्जा हासिल करना मुश्किल नहीं था। उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि डा. कलाम हमेशा कहा करते थे कि ‘मजबूती ही मजबूती का सम्मान करती है‘ और वह भारत को एक अग्रणी आर्थिक शक्ति के रूप में उभरते देखना चाहते थे।

एसकेजे/आरके

डा. कलाम संदेश वाहिनी विजन 2020 बस द्वारा रामेश्वरम से राष्ट्रपति भवन आने वाले बच्चों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की

डा. कलाम संदेश वाहिनी विजन 2020‘ बस द्वारा रामेश्वरम से राष्ट्रपति भवन आने वाले बच्चों ने आज (15 अक्टूबर, 2017) राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद से मुलाकात की।

इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि डा. कलाम आज तक की सबसे महान शख्सियतों में से एक रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह डा. कलाम और एक वैज्ञानिक, एक विद्वान तथा भारत के राष्ट्रपति के रूप में उनकी महान उपलब्धियों को नमस्कार करते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के युवाओं के चरित्र का निर्माण करने के सर्वश्रेष्ठ तरीकों में एक तरीका उन्हें महान हस्तियों की जीवन गाथाओं को पढ़ने के लिए प्रेरित करना है।

राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि डा. कलाम भारत के सबसे महान दूरदर्शी व्यक्तियों में एक थे और उन्हें श्रद्धापूर्वक ‘भारत के मिसाइल मैन‘ तथा ‘लोगों के राष्ट्रपति‘ के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने दिल के लिए किफायती स्टेंट या पोलियो पीडि़तों के लिए हल्के वजन की नली के व्यासों (कैलिपर्स) की डिजाइन तैयार करने से लेकर नाभिकीय प्रौद्योगिकी तक विभिन्न क्षेत्रों में अपनी भागीदारी के माध्यम से भारत की वैज्ञानिक विरासत में अपना ऐतिहासिक योगदान दिया है। भारत डा. कलाम के उल्लेखनीय योगदान को कभी भी नहीं भुला पाएगा। उनके मन में शिक्षण एवं शिक्षा के प्रति बहुत ज्यादा लगाव था और उन्होंने वास्तव में युवा मस्तिष्कों को सोचने और नवप्रर्वतन करने के लिए प्रेरित किया। उन्हें लोगों एवं युवाओं का बहुत अधिक प्यार हासिल था। वह छात्रों से प्रेम करते थे तथा उन्हीं के बीच उन्होंने अपना अंतिम समय व्यतीत किया।

राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि डा. कलाम संदेश वाहिनी बस डा. कलाम की जीवन गाथा को बहुत ही मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत करती है। उन्होंने इस अभिनव प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि बड़ी संख्या में भारत के लोगों, खासकर, युवाओं को डा. कलाम के जीवन, उनकी कृतियों एवं उनके विजन पर आधारित चलंत प्रदर्शनी को देख कर लाभ पहुंचा होगा।

डा. कलाम संदेश वाहिनी हाउस ऑफ कलाम एवं चिन्मय विश्वविद्यालय द्वारा आरंभ की गई थी। वाहिनी में डा. कलाम के जीवन की विभिन्न घटनाओं तथा भारत की प्रमुख वैज्ञानिक उपलब्धियों का चित्रण किया गया है जिसका उद्वेश्य आम लोगों को शिक्षित और प्रेरित करना है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 27 जुलाई, 2017 को डा. कलाम स्मारक के उद्घाटन समारोह के दौरान रामेश्वरम में इसे झंडी दिखाई थी। यह वाहिनी विभिन्न राज्यों से गुजरती हुई आखिर नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन आ पहुंची।

इससे पहले, राष्ट्रपति महोदय ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे कलाम की जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में उनकी प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की। डा. कलाम के परिवार के सदस्यों के साथ साथ राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी इस अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित की।

एसकेजे/आरके

रविवार, ८ ऑक्टोबर, २०१७

माजी सैनिकांनी दिला वयोवृध्दांना काठीचा आधार : जय हिंद सैनिक सेवा फाउंडेशनचा उपक्रम


अहमदनगर (प्रतिनिधी)- येथील जय हिंद सैनिक सेवा फाऊंडेशनच्या वतीने पाथर्डी तालुक्यातील जोहारवाडी येथील 52 वयोवृद्ध महिला व पुरुषांना एक आधार काठीचा या उपक्रमातंर्गत मोफत काठ्यांचे वाटप करण्यात आले. यावेळी माणिक दारोकर, दिलीपराव काळे, उद्धराव थोटे, सरपंच मच्छिंद्र सावंत, उपसरपंच कविता सावंत, फाउंडेशनचे अध्यक्ष शिवाजी पालवे, खजिनदार भाऊसाहेब करपे, सचिव निवृती भाबड, विश्‍वस्त संभाजी वांढेकर, जगन्नाथ जावळे, दिगंबर शेळके, प्रदीप कराळे, सुरेश चव्हाण, मानवधिकार संघटनेचे तालुकाध्यक्ष महेश वाघ, दादासाहेब सावंत, सीताराम सावंत, सुदाम सावंत, सुधीर कराळे, सागर म्हस्के, योगेश वांढेकर, लालासाहेब सावंत, सुरेश सावंत आदिंसह ग्रामस्थ उपस्थित होते.
मच्छिंद्र सावंत म्हणाले की, देशाच्या सिमेवर सैनिक नागरिकांना संरक्षण देत आहे. तर माजी सैनिक सामाजिक उपक्रमाद्वारे वयोवृध्दांना काठीचा आधार दिला आहे. जीवाची बाजी लावून देशाचे रक्षण करणारे सैनिक सेवानिवृत झाल्यावर आपल्या पेन्शनमधून समाजकार्य करतात ही अभिमानास्पद गोष्ट आहे. जय हिंद सैनिक सेवा फाउंडेशनचे चालू असलेले उपक्रम प्रेरणादायी व दिशादर्शक असल्याचे त्यांनी सांगितले.
शिवाजी पालवे म्हणाले की, वयोवृध्द नागरिक घरातील अडगळ नसून, संस्कृती जोपासण्याचे काम ते करतात. ज्येष्ठ नागरिक हीच घरातील खरी संपत्ती असते. त्यामुळे घराला घरपण व शिस्त राहते. निवृती भाबड यांनी मनुष्यरुपी ईश्‍वराची सेवा फाऊंडेशनच्या वतीने चालू असल्याचे सांगून, घेण्यात आलेल्या विविध उपक्रमाची माहिती दिली. भाऊसाहेब करपे  म्हणाले की, आपले असतित्व वडिलधार्‍या व मातेसमान असलेल्या ज्येष्ठ नागरिकांशी जोडलेले आहे. घरातील ज्येष्ठ व्यक्तींना सन्मान देणे हे सर्वांचे प्रथम कर्तव्य असल्याचे ते म्हणाले.